भारत की बात करने वाले देश के सपूत Manoj Kumar नहीं रहे। देशभक्त अभिनेता Manoj Kumar देर रात चुपचाप दुनिया से चले गए। बॉलीवुड में मातम है और पूरा परिवार गम में डूबा हुआ है। आज सुबह 3:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली । दिग्गज अभिनेता और फिल्म निर्देशक मनोज कुमार अब इस दुनिया में नहीं रहे। अभिनेता और फिल्म निर्देशक मनोज कुमार अब इस दुनिया में नहीं रहे। मनोज कुमार का 87 साल की उम्र में निधन हो गया है।
कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल
मनोज कुमार ने आज मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक दिग्गज अभिनेता लंबे समय से उम्र संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। लंबे समय से बीमार चल रहे अभिनेता का कोकिलाबेन अस्पताल में इलाज चल रहा था। लेकिन तड़के सुबह मनोज कुमार इस दुनिया को छोड़कर चले गए।
Manoj Kumar का जीवन:
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में मनोज कुमार ने देशभक्ति फिल्मों से खुद को देशवासियों से जोड़ा। Manoj Kumar ने 1965 में फिल्म शहीद, 1966 में उपकार, 1970 में पूरब और पश्चिम, 1974 में रोटी कपड़ा और मकान तथा 1981 में क्रांति के जरिए दर्शकों का अपार प्यार बटोरा। अभिनय के अलावा मनोज कुमार ने करीब आठ फिल्मों का निर्देशन भी किया। इनमें से ज्यादातर फिल्मों का लेखन उन्होंने खुद किया और इन फिल्मों में अभिनय भी खुद किया।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार

सिनेमा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए Manoj Kumar को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उन्हें भारतीय सिनेमा और कला में योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा 1968 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, 1992 में पद्मश्री और 2015 में सिनेमा के क्षेत्र के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मनोज कुमार ने अपने करियर में आठ फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीते। लेकिन अब मनोज कुमार के जाने से हिंदी सिनेमा का एक सुनहरा युग समाप्त हो गया
अंतिम संस्कार की तैयारियां:
मनोज कुमार के परिवार ने उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार कल दोपहर को होगा। उनका अंतिम संस्कार मुंबई के एक मशहूर श्मशान घाट पर किया जाएगा। परिवार ने मीडिया से अनुरोध किया है कि इस मुश्किल घड़ी में उनकी निजता का सम्मान किया जाए।
मनोज कुमार के निधन से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री ने एक बेहतरीन अभिनेता और निर्देशक खो दिया है। उनका योगदान सिनेमा की विरासत के रूप में हमेशा जिंदा रहेगा।
समाप्त:
मनोज कुमार का निधन एक अपूरणीय क्षति है। उनका योगदान न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री बल्कि देशवासियों के लिए भी अमूल्य रहेगा। हम इस मुश्किल घड़ी में उनके परिवार और करीबी दोस्तों के साथ खड़े हैं। हम उनके अंतिम संस्कार में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और दुख की इस घड़ी में उनके परिवार को शक्ति प्रदान करेंगे।