Masterchef India टीवी के सबसे मशहूर कुकिंग रियलिटी शो मास्टर शेफ India के फैंस के लिए बुरी खबर आई है। मास्टर शेफ India ने उन लोगों को एक प्लेटफॉर्म दिया है जो कुकिंग में अपना हुनर दिखाना चाहते हैं।
मास्टर शेफ India सीजन 7 की कंटेस्टेंट
फैंस के दिलों में रहने वाली ‘बा’ का निधन, दुख की लहर Masterchef India सीजन 7 की कंटेस्टेंट रहीं उर्मिला जमनादास असर उर्फ गुज्जू बेन का निधन हो गया है। उर्मिला जमनादास असर उर्फ गुज्जू बेन के नाम से मशहूर थीं और उनके खाने का हर कोई मुरीद था। गुज्जू बेन जिन्हें फैंस प्यार से बा कहते थे, उन्होंने 79 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है।
फैंस सोशल मीडिया पर अपनी बा के जाने का शोक मना रहे हैं। गुज्जू बेन यानी उर्मिला जमना दास असर कुकिंग रियलिटी शो मास्टर शेफ India के सीजन 7 का हिस्सा थीं। उर्मिला जमनादास असर के इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए उनके निधन की पुष्टि की गई है।
गुज्जू बेन’ का हुआ निधन
उर्मिला जमना दास आशेर का निधन 7 अप्रैल 2025 को हुआ था और उनका अंतिम संस्कार 8 अप्रैल 2025 की सुबह हुआ। उर्मिला जमना दास आशेर के इंस्टाग्राम पेज पर एक शोक संदेश जारी कर उनके निधन की जानकारी दी गई है। उर्मिला जमना दास आशेर की एक तस्वीर के साथ एक शोक संदेश साझा किया गया, जिसमें लिखा है: 79 वर्ष की आयु में, वह साहस, खुशी और देर से खिलने वाले सपनों का प्रतीक बन गईं।
उसकी रसोई से लेकर आपके दिलों तक, उसकी गर्मजोशी, हँसी और ज्ञान ने जीवन बदल दिया। हमें उसे आंसुओं के साथ नहीं बल्कि उस ताकत के साथ याद करना चाहिए जो उसने हमें दिखाई: निडर होने की शक्ति, पूरी तरह से प्यार करने की शक्ति, खुशी से जीने की शक्ति, बाकी का सफर यहीं खत्म नहीं होता। यह हर उस व्यक्ति में जीवित है जिसे उसने छुआ, हर हँसी में उसने साझा किया और हर आत्मा में उसने प्रेरित किया, हम उसके प्रकाश को आगे ले जाएंगे।

गुज्जू बेन एक मशहूर बिजनेस वुमन थीं, जिन्होंने अपने खेत को चलाने के लिए 75 साल की उम्र में गुज्जू बेना नाश्ता शुरू किया था जान लें कि उर्मिला का बाकी जीवन शुरू से ही संघर्ष से भरा रहा। तीन बच्चों को खोने के बाद सालों से लोगों के घरों में खाना बनाकर अपना घर चला रही हैं। उनकी ढाई साल की बेटी तीसरी मंजिल से गिर गई, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
एक लड़के की मौत हार्ट अटैक से हुई। दूसरे को ब्रेन ट्यूमर था, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। जान लें कि तीनों की मौत से वह टूट गई थीं। बच्चों के चले जाने के बाद भी उर्मिला टूट गई थीं, लेकिन वह हिम्मत नहीं जुटा पाईं। हार से टूटने के बाद उन्होंने खाली बैठने की बजाय जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली। उन्होंने अपनी सांस की समस्या का इलाज कराया, पूरा घर संभाला, बच्चों की परवरिश की। उर्मिला महीने में ₹5,00,000 (सालाना ₹45,00,000) से ज्यादा कमाती थीं। जान लें कि अब वह इस दुनिया में नहीं हैं। लोग उन्हें याद कर रहे हैं।