इस साल Chhattisgarh के मानसून की बात करें तो दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य दिन से छान दिन पहले आएगा यानि की 27 मई को इस दिन ये केरल की तट पर आएगा। अगर ऐसा होगा तो ये 16 का रिकॉर्ड तोडगा क्यूंकि ऐसा पिछले 16 सालो में है नहीं हुआ।

हम इसकी इसलिए बात कर रहे है क्यूंकि इससे पहल 2009 में ये 23 मई को केरल में आया था।
हम 16 साल की बात इसलिए कर रहे है क्युकी इससे पहले 2009 में 23 मई को मानसून ने दस्तक दी थी इसलिए ये 16 साल पहले का रिकॉर्ड तोड़ सकती है। अभी हाल में पूर्वी उत्तर प्रदेश से पूर्वी मध्य प्रदेश, विधर्व और दक्षिण-पूर्व तेलंगाना तक पश्चिमी हवाओं में द्रोणिका बानी होइ है दक्षिण पश्चिम मॉनसून के बाद ये अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी और निकोबार द्वीप समूह की और बढ़ेगा जिससे बाढ़ का खतरा और भी जयादा बाद जाएगा।

Chhattisgarh बिगड़े हुए मौसम का हाल
Chhattisgarh में अगले दो दिनों तक गरज चमक के साथ बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है। इस समय 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की हवाएं चलने की भी संभावना बताई जा रही है जिससे वहां की आम जनता अगले कुछ दिनों तक परेशान रहेगी। प्रदेश की तापमान की बात करने तो उधर 41 डिग्री सेल्सियस तापमान बताया जा रहा है। हालाँकि न्यूनतम तापमान पेड्रारोड में 21.4 डिग्री बताया जा रहा है।
इसके बाद मौसम विभाग की माने तो आने वाले दिनों में तापमान में बढोतरी की संभावना बताई जा रही है।