गैंगस्टर अमन साहू पुलिस एनकाउंटर में मारा गया

पुलिस एनकाउंटर में मारा गया

अमन साहू, जिसे लॉरेंस बिश्नोई का करीबी माना जाता था, का नाम अपराध की दुनिया में एक खतरनाक गैंगस्टर के रूप में जाना जाता था। उसकी मौत ने अपराध जगत में हलचल मचा दी है। झारखंड के पलामू जिले में पुलिस एनकाउंटर में उसकी मौत हुई, जब वह रायपुर से रांची लाया जा रहा था। पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद, अमन ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की, जिसके जवाब में पुलिस ने फायरिंग की और अमन की मौत हो गई.

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अमन साहू का जीवन अपराध और हिंसा से भरा हुआ था। वह कई आपराधिक मामलों में शामिल था और उसकी गिरफ्तारी के बाद भी वह जेल से अपने गैंग का संचालन करता रहा। उसकी मौत ने उसके गैंग के सदस्यों और उसके समर्थकों के बीच एक बड़ा शून्य छोड़ दिया है।लॉरेंस मुश्किल में है, उसका करीबी अमन साहू मारा गया, कनाडा और मलेशिया में उसके कनेक्शन थे।

झारखंड पुलिस ने हाल ही में कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को मुठभेड़ में मार गिराया। यह घटना मंगलवार की सुबह पलामू के चैनपुर के अंधारी डोडा में हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब रांची पुलिस की टीम अमन साहू को रायपुर से रांची ले जा रही थी, तब पलामू के चैनपुर इलाके में उसका पुलिस वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना के बाद अमन साहू ने पुलिस का हथियार छीन लिया और भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस और अमन के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई,

जिसमें साहू को गोली लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि, घटना की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जानकारी के लिए बता दें कि अमन साहू एक कुख्यात अपराधी था, जो राज्य के एक छोटे से गांव मतवे का रहने वाला था। झारखंड में उसके खिलाफ 90 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। अमन साहू एक हार्डकोर माओवादी के रूप में जाना जाता है। उसने 2013 में अपना गिरोह बनाया और अपनी आपराधिक गतिविधियों से पूरे राज्य में दहशत फैलाने में सफल रहा। उसके गिरोह के कई अपराधों ने राज्य के कई परिवारों को प्रभावित किया। खास तौर पर व्यापारियों और ट्रांसपोर्टरों को निशाना बनाया जाता था. अमन साहू का गिरोह पूरे राज्य में रंगदारी, गोलीबारी और अन्य अपराधों में शामिल था. उदाहरण के लिए 7 मार्च 2025 को रांची में कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा को गोली मारी गई थी.

इससे पहले 6 अप्रैल 2024 को अमन साहू गिरोह ने बारबरी कंपनी को धमकी दी थी कि वह झारखंड में अपना काम नहीं कर पाएगी. 21 मार्च 2024 को राज्य के एक जमीन कारोबारी से ₹5,00,00,000 की रंगदारी मांगी गई थी. अमन साहू के गिरोह के अपराधों में कई गंभीर घटनाएं शामिल हैं. 1 दिसंबर 2023 को रामगढ़ के कुज्जू में ट्रांसपोर्ट ऑफिस के बाहर गोलीबारी की गई थी. 7 जुलाई 2023 को अमन साहू गिरोह ने रांची के अरगोड़ा में कोयला कारोबारी रंजीत गुप्ता को गोली मारी थी. इसके बाद 9 जुलाई 2023 को लातेहार में रहने वाले ट्रांसपोर्टर अमित सिंह से रंगदारी मांगी गई थी.

7 जुलाई 2023 को अमन साहू गिरोह ने रांची के अरगोड़ा में कोयला कारोबारी रंजीत गुप्ता को गोली मारी थी. इसके बाद 9 जुलाई 2023 को लातेहार में रहने वाले ट्रांसपोर्टर अमित सिंह से रंगदारी मांगी थी. इसके अलावा 9 मई 2023 को हजारीबाग के बड़कागांव में ऋत्विक कंपनी के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर शरत कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी. अमन साहू के गिरोह की गतिविधियां उसे झारखंड के अन्य आपराधिक गिरोहों से अलग खड़ा करती थीं. यह राज्य के अन्य व्यवसाय और कारोबारी वर्ग के लिए बड़ा खतरा बन गया था. गिरोह की गतिविधियों में रंगदारी, हत्या, गोलीबारी और अन्य अपराध शामिल थे, जिससे आम लोगों में भय और असुरक्षा का माहौल था. हालांकि अब अमन साहू के एनकाउंटर में मारे जाने से झारखंड पुलिस ने राहत की सांस ली है. पुलिस के मुताबिक उसके एनकाउंटर के बाद अपराध पर नियंत्रण करने में मदद मिलेगी. लेकिन इस घटना से पता चलता है कि पुलिस को आपराधिक गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत बढ़ रही है.

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