आईपीएस Abhishek Pallav के परिवार से जुड़ी अनकही बातें

IPS Abhishek Pallav छत्तीसगढ़ के मशहूर अफसरों में से एक हैं और अभिषेक पल्लव अपने अलग अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं. वो अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते थे, जिसकी वजह से उन्हें वायरल एसपी के नाम से भी जाना जाता है. उनके काम की तारीफ तो होती ही रही है!

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परिवार का समर्थन: Abhishek Pallav की सफलता

Abhishek Pallav छत्तीसगढ़ कैडर के 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने मेडिकल की भी पढ़ाई की, लेकिन बाद में सिविल सेवा परीक्षा पास कर भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हो गए। उनका जन्म 2 सितंबर 1900 को बिहार के बेगूसराय में हुआ था। उनके माता-पिता ऋषि कुमार और आशा देवी हैं। Abhishek Pallav की पत्नी डॉ. यशा दुर्गा भी भिलाई की जानी-मानी त्वचा रोग विशेषज्ञ हैं।

Abhishek Pallav पति-पत्नी का सहयोग

Abhishek Pallav के परिवार में उनकी पत्नी भी एक अहम हिस्सा हैं। उन्होंने हमेशा अपने पति की मुश्किलों में उनका साथ दिया और जीवन के हर मोड़ पर उन्हें सहयोग किया। एक आईपीएस अधिकारी की नौकरी में समय की कमी और तनाव होता है, लेकिन अभिषेक की पत्नी ने हमेशा परिवार की जिम्मेदारियों को समझा और उसे सहजता से निभाया। उनकी पत्नी का योगदान उनके मानसिक शांति और सफलता में बहुत महत्वपूर्ण रहा है।

लेकिन अब विवाद भी उन पर कम नहीं रहे और वो फिर से एक नए विवाद में घिरते नजर आ रहे हैं. पूरा मामला हम आपको बाद में बताएंगे कि अभिषेक पल्लव कौन हैं और पूरा मामला क्या है

पल्लव पहले दंतेवाड़ा के एसपी रह चुके हैं और उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने एक माओवादी का इलाज किया था, जिसे उन्होंने खुद गोली मारी थी और वे दूरदराज के गांवों में जाकर लोगों का इलाज भी करते हैं। आपको बता दें कि अभिषेक पल्लव का नाम उन लोगों में आता है, जिन्हें राज्य की पिछली और मौजूदा दोनों सरकारों का करीबी माना जाता है।

Abhishek Pallav

Abhishek Pallav ने 2012 में अपनी मेडिकल प्रैक्टिस छोड़कर सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। आईपीएस अभिषेक ने गोवा यूनिवर्सिटी से मेडिकल की डिग्री लेने के बाद दिल्ली एम्स से साइकेट्री में एमडी भी किया है। बता दें कि सोशल मीडिया पर अक्सर आईपीएस अफसरों के कई वीडियो वायरल होते रहते हैं। चोर को डांटने से लेकर हेलमेट न पहनने वालों को फटकार लगाने तक आईपीएस अफसर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होता रहता है।

Abhishek Pallav समय की महत्ता

आईपीएस की नौकरी में समय का बहुत महत्व है। कई बार अभिषेक को अपने परिवार के साथ समय बिताने का मौका नहीं मिलता था। लेकिन उन्होंने हमेशा अपने परिवार को यह महसूस कराया कि भले ही वह अपने पेशेवर जीवन में व्यस्त हैं, लेकिन उनके लिए परिवार सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने समय की महत्ता को समझा और जब भी घर में होते, तो पूरी तरह से परिवार के साथ रहते।

निष्कर्ष:

आईपीएस Abhishek Pallav की कहानी केवल एक अधिकारी की नहीं, बल्कि एक परिवार की भी कहानी है। उनके परिवार का समर्थन और साथ उन्हें हर कदम पर प्रेरित करता रहा है

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